भारत के बेहतरीन लेखक और उनकी रचनाएँ
एक ऐसी साहित्य है, जो भारतीय संस्कृति और इतिहास को व्यक्त करने के लिए प्रयोग की जाती है। यह लोकों के मनोभावों, उत्साहों, अनुभवों, महत्वपूर्ण घटनाओं, और समाज के विविध विचारों को व्यक्त करने के लिए प्रयोग किया जाता है। दोस्तों आज हम भारत के कवि ओर लेखक के रचनाओं के बारे मे बताएँगे
भारत के बेहतरीन लेखक और उनकी रचनाएँ
सूरदास :सूरसागर , सूर -सारावली , साहित्य लहरी , नल दमयन्ती , व्याहलो , पद संग्रह , तथा नागलीला |
तुसलीदास : वैराग्य सांदीपनि , रामाज्ञाप्रश्न , रामलला नहछू , जानकीमंगल , रामचरितमानस , पार्वतीमंगल , गीतावली , विनय – पत्रिका , दोहावली , बरवै – रामायण और कवितावली |
रसखान : प्रेम-वाटिका , सुजान रसखान |
बिहारीलाल : बिहारी सतसई |
सुमित्रानन्दन पन्त : विणा , पल्लव , गुंजन , ग्रन्थि , युगांत , युगवाणी , स्वर्णकिरण , स्वर्ण धूलि , उत्तरा , लोकयतन , कला और बूढ़ा चाँद , चिदम्बरा , रश्मिबन्ध , रजतशिखर तथा शिल्पी |
महादेवी वर्मा : नीहार , रश्मि , नीरजा , सांध्यगीत , दीपशिखा , यामा , प्रथम आयाम , अगनि रेखा , सप्तवर्णा , हिमालया , संधनी , आधुनिक , कवि , अतीत के चलचित्र , स्मृति की रेखायें , श्रृंखला की कड़ियाँ तथा मेरा परिवार |
रामनरेश त्रिपाठी : मिलन , स्वप्न , पथिक , मानसी , कविता कौमुदी , आदि |
माखनलाल चतुर्वेदी: हिमकिरीटिनी, राम नवमी, हिमतरंगिनी, माता, युगचरण, समर्पण, वेणु, लो गूँजे धरा,
सुभद्रा कुमारी चौहान: कहानी संग्रह (बिखरे मोती – उन्मादिनी -सीधे-साधे चित्र ) कविता संग्रह (मुकुल, त्रिधारा)
मैथिली शरण गुप्त: महाकाव्य- (साकेत, यशोधरा ) खण्डकाव्य-(जयद्रथ वध, भारत-भारती , पंचवटी, द्वापर, सिद्धराज, नहुष, अंजलि और अर्घ्य, अजित, अर्जन और विसर्जन, काबा और कर्बला, किसान, कुणाल गीत, गुरु तेग बहादुर, गुरुकुल जय भारत युद्ध, झंकार , पृथ्वीपुत्र, वक संहार , शकुंतला, विश्व वेदना, राजा प्रजा, विष्णुप्रिया, उर्मिला, लीला[ग], प्रदक्षिणा, दिवोदास, भूमि-भाग ) नाटक (रंग में भंग राजा-प्रजा, वन वैभव, विकट भट , विरहिणी , वैतालिक, शक्ति, सैरन्ध्री , स्वदेश संगीत, हिड़िम्बा , हिन्दू, चंद्रहास)
केदारनाथ सिंह: अभी बिल्कुल अभी , जमीन पक रही है, यहाँ से देखो, बाघ, अकाल में सारस, उत्तर कबीर और अन्य कविताएँ, तालस्ताय और साइकिल, सृष्टि पर पहरा
कालिदास : नाटक(रूपक): अभिज्ञान शाकुन्तलम्, विक्रमोर्वशीयम् और मालविकाग्निमित्रम्; दो महाकाव्य: रघुवंशम् और कुमारसंभवम्; और दो खण्डकाव्य: मेघदूतम् और ऋतुसंहार | (अन्य रचनाएँ) श्रुतबोधम्, शृंगार तिलकम्, ज्योतिर्विद्याभरणम् शृंगार रसाशतम्, सेतुकाव्यम्, पुष्पबाण विलासम्, श्यामा दंडकम्
कबीर : कबीर साखी, कबीर बीजक, कबीर शब्दावली, कबीर दोहवाली, कबीर ग्रंथावली कबीर सागर|
रहीम : रहीम दोहावली, बरवै, नायिका भेद, मदनाष्टक, रास पंचाध्यायी, नगर शोभा आदि।
भारतेन्दु हरिश्चंद्र:
काव्यकृतियां | निबंध संग्रह | मौलिक नाटक | |
भक्तसर्वस्व | फूलों का गुच्छा- खड़ीबोली काव्य | नाटक | वैदिकी हिंसा हिंसा न भवति |
प्रेममालिका | प्रेम फुलवारी | कालचक्र (जर्नल) | सत्य हरिश्चन्द्र |
कार्तिक स्नान | कृष्णचरित्र | लेवी प्राण लेवी | श्री चंद्रावली ( |
वैशाख महात्म्य | प्रातः स्मरण | भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? | विषस्य विषमौषधम् |
प्रेम सरोवर | उरेहना | कश्मीर कुसुम | भारत दुर्दशा |
प्रेमाश्रुवर्षण | तन्मय लीला | जातीय संगीत | नीलदेवी |
जैन कुतूहल | दानलीला | संगीत सार | अंधेर नगरी |
प्रेम सतसई श्रृंगार | रानी छद्म लीला | हिंदी भाषा | प्रेमजोगिनी |
जातीय संगीत | विजय वल्लरी | स्वर्ग में विचार सभा | सती प्रताप |
रिपुनाष्टक | संस्कृत लावनी | ||
प्रेम माधुरी | बसंत | ||
प्रेम-तरंग | मुंह दिखावनी | ||
उत्तरार्द्ध भक्तमाल | उर्दू का स्यापा | ||
प्रेम-प्रलाप | प्रबोधिनी | ||
होली | नये ज़माने की मुकरी | ||
मधु मुकुल | सुमनांजलि | ||
राग-संग्रह | बन्दर सभा (हास्य व्यंग्य) | ||
वर्षा-विनोद | बकरी विलाप (हास्य व्यंग्य) | ||
विनय प्रेम पचासा | विजयिनी विजय वैजयंती |
रामधारी सिंह दिनकर
काव्य | गद्य | निबंध संग्रह | ||
बारदोली-विजय संदेश | कवि-श्री | मिट्टी की ओर | शुद्ध कविता की खोज | मिट्टी की ओर |
प्रणभंग | सीपी और शंख | चित्तौड़ का साका | साहित्य-मुखी | अर्द्धनारीश्वर |
रेणुका | नये सुभाषित | अर्धनारीश्वर | राष्ट्रभाषा आंदोलन और गांधीजी | रेती के फूल |
हुंकार | लोकप्रिय कवि दिनकर | रेती के फूल | हे राम! | हमारी संस्कृति |
रसवन्ती | उर्वशी | हमारी सांस्कृतिक एकता | संस्मरण और श्रद्धांजलियाँ | वेणुवन |
द्वंद्वगीत | परशुराम की प्रतीक्षा | भारत की सांस्कृतिक कहानी | भारतीय एकता | उजली आग |
कुरूक्षेत्र | आत्मा की आँखें | संस्कृति के चार अध्याय | मेरी यात्राएँ | राष्टभाषा और राष्ट्रीय एकता |
धूप-छाँह | कोयला और कवित्व | उजली आग | दिनकर की डायरी | धर्म नैतिकता और विज्ञान |
सामधेनी | मृत्ति-तिलक | देश-विदेश | चेतना की शिला | वट पीपल |
बापू | दिनकर की सूक्तियाँ | राष्ट्र-भाषा और राष्ट्रीय एकता | विवाह की मुसीबतें | साहित्य मुखी |
इतिहास के आँसू | हारे को हरिनाम | काव्य की भूमिका | आधुनिकता बोध | आधुनिकता बोध |
धूप और धुआँ | संचियता | पन्त-प्रसाद और मैथिलीशरण | वट-पीपल | |
मिर्च का मज़ा | दिनकर के गीत | वेणुवन | लोकदेव नेहरू | |
रश्मिरथी | रश्मिलोक | धर्म, नैतिकता और विज्ञान | ||
दिल्ली | सूरज का ब्याह | |||
नीम के पत्ते | चक्रवाल | |||
नील कुसुम |
जयशंकर प्रसाद
नाटक-एकांकी एवं निबन्ध | काव्य | उपन्यास- |
उर्वशी (चम्पू) – | प्रेम-पथिक – | कंकाल – |
सज्जन – | करुणालय (काव्य–नाटक) – | तितली – |
कल्याणी परिणय | महाराणा का महत्त्व – | इरावती – |
प्रायश्चित्त – | चित्राधार – | |
राज्यश्री – | कानन कुसुम – | |
विशाख – | झरना | |
अजातशत्रु – | आँसू – | |
जनमेजय का नाग-यज्ञ | लहर- | |
कामना | कामायनी – | |
स्कन्दगुप्त विक्रमादित्य – | ||
एक घूँट – | ||
चन्द्रगुप्त – | ||
ध्रुवस्वामिनी – | ||
अग्निमित्र (अपूर्ण) |